Gold Price Today
भारत में सोना और चांदी की कीमतें हमेशा चर्चा में रहती हैं, खासकर जब इनमें उतार-चढ़ाव होता है। हाल ही में, सोने की कीमतें में कुछ बदलाव देखे गए हैं, जो विभिन्न कारकों पर निर्भर करते हैं। 22 कैरेट सोना और 24 कैरेट सोना की कीमतें शहरों के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे कि दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद आदि। इस लेख में, हम आपको सोने और चांदी के ताजा रेट के बारे में जानकारी देंगे, साथ ही उनके प्रभावित करने वाले कारकों पर भी चर्चा करेंगे।
सोने की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं, जैसे कि महंगाई दर, डॉलर की कीमतें, अंतरराष्ट्रीय संबंध, और ज्वेलरी बाजार की मांग। हाल ही में, सोने की कीमतें में गिरावट देखी गई है, जो डॉलर की मजबूती और वैश्विक बाजार की स्थितियों पर निर्भर करती है। चांदी की कीमतें भी उतार-चढ़ाव के अधीन हैं, जो मुख्य रूप से औद्योगिक मांग और वैश्विक आर्थिक स्थितियों से प्रभावित होती हैं।
Gold Price Today
सोने और चांदी के रेट को प्रभावित करने वाले कारक
हाल ही में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, जिससे उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए राहत की खबर है। पिछले कुछ हफ्तों में ग्लोबल मार्केट और घरेलू बाजार दोनों में सोना सस्ता हुआ है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने का दाम लगातार गिर रहा है, वहीं राजधानी दिल्ली और देश के अन्य शहरों में भी गोल्ड रेट में कमी दर्ज की गई है।
पिछले एक हफ्ते के भीतर, MCX पर 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत में करीब 3,500 रुपये तक की गिरावट आई है। 20 जून को सोने की कीमत 1,01,078 रुपये प्रति 10 ग्राम (लाइफटाइम हाई) थी, जो 27 जून तक घटकर 95,524 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। दिल्ली में भी 99.5% शुद्धता वाले गोल्ड का भाव 500 रुपये गिरकर 98,750 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। सर्राफा बाजार के मुताबिक, स्टॉकिस्टों की बिकवाली और फुटकर मांग में गिरावट से कीमतों पर दबाव बना।
गिरावट के प्रमुख कारण:
वैश्विक व्यापार में तनाव कम होना
अमेरिकी डॉलर में मजबूती
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें घटना
निवेशकों की सुरक्षित संपत्तियों की मांग का कमजोर होना
इस गिरावट का एक बड़ा कारण अमेरिका के आर्थिक संकेतों में सकारात्मकता है जिससे डॉलर मजबूत हुआ और रिस्क वाले एसेट्स में निवेश बढ़ा। साथ ही, डॉलर के मजबूत होने के कारण अन्य करेंसी होल्डर्स के लिए गोल्ड महंगा हो जाता है, जिससे डिमांड घटती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फेडरल रिजर्व की नीतियों, दुनियाभर में राजनीतिक स्थिरता और मंदी के जोखिम के अनुपात में निवेशक गोल्ड से बाहर निकल रहे हैं।
क्या आगे भी रहेगी गिरावट?
विशेषज्ञों का मानना है कि फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तनाव और जियो-पॉलिटिकल फैक्टर्स पर निर्भर करेगा कि सोने के दाम आगे भी नीचले स्तर पर रहते हैं या फिर रिकवर करते हैं। फिलहाल, बाजार में यह रुख बना हुआ है कि गोल्ड थोड़ा सस्ता रह सकता है, परंतु किसी भी ग्लोबल संकट के चलते इसमें तेजी आ सकती है